घर हो या मंदिर शिवलिंग का जल उत्तर दिशा में गिरना शुभ
श्री शिव शक्ति धाम सिद्धाश्रम में धूमधाम से मनाया गया श्रावंण सोमवार का पर्व :पं० सुशील

आज दिनांक 29.7.2024 को श्री शिव शक्ति धाम सिद्धाश्रम निपानिया जाट भोपाल में बड़े ही धूमधाम से श्रावंण मास सोमवार के पावन पर्व को मनाया गया। भोले शिव का जलधारा से एवं दूध की धारा से अभिषेक किया गया । इसके बाद भोले बाबा की जलहरी पर एवं शिवलिंग के ऊपर चावल चढ़ाया गया।सोमवार के दिन भोले शिव की चावल से की गई पूजा।रोगहारि होती है । पुष्पों सेभोले शिव का भव्य श्रृंगार किया गया ।भोले शिव के दरबार में बीच में अर्धनारीश्वर भगवान की मूर्ति स्थापित है । वाईं साइड में ब्रह्मा जी एवं दाईं साइड में श्री विष्णु भगवान की मूर्ति स्थापित है । सामने शिवलिंग नदी एवं शेर कि मूर्ति स्थापित है । भोले शिव का श्रृंगार करने के बाद सभी श्रद्धालुओं ने सिद्धाश्रम के दांई ओर स्थापित 12 शिव ज्योतिर्लिंग का श्रृंगार पुष्प एवं चावल विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। इसके बाद सभी श्रद्धालुओं ने सिद्धाश्रम में स्थित विल के वृक्ष के नीचे भोले शिव की पूजा -अर्चना की ।12 दीपक जला करके दीप दान किया गया । पंडित सुशील महाराज ने श्रद्धालुओं को जानकारी देते हुए बताया है कि शिवलिंग के ऊपर चढ़ाया गया जल जलहरी में होकर सदैव उत्तर की दिशा में गिरना ही बड़ा ही शुभ होता है। अगर जलहरी की गलत स्थापना के कारण या अन्य कारण से शिवलिंग का जल उत्तर दिशा की वजाय अन्य दिशा में गिरता है । तो यह बहुत ही अशुभकारी होता है । इसलिए जलहरी की स्थापना करते समय यह विशेष ध्यान रखना चाहिए कि शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल उत्तर दिशा में ही गिरना चाहिए । पंडित सुशील महाराज ने बताया है कि शिव शक्ति सिद्धाश्रम में पूरे श्रावंण मास शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग एवं शिव दरबार के सामने स्थापित शिव ज्योतिर्लिंग एवं 12 ज्योतिर्लिंगों के मध्य में स्थापित काले रंग का शिव ज्योतिर्लिंग की प्रतिदिन पूरे श्रावंण मास पूजा अर्चना की जावेगी ।
पंडित सुशील महाराज
पीठाचार्य
श्री शिव शक्ति धाम सिद्धाश्रम निपानिया जाट भोपाल