भारत मरीटाइम सप्ताह 2025 के अवसर पर दुनियाभर से आए सीईओ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप सभी एक महत्वपूर्ण साझेदार हैं जो हमारे सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने में हमारी मदद करेंगे। हम आपके विचारों, नवाचारों और निवेशों का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत शिपिंग और बंदरगाह क्षेत्र में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति देता है। पीएम ने आगे क्या कहा, आइए जानें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वैश्विक निवेशकों से भारतीय जहाजरानी क्षेत्र में दांव लगाने का आह्वान किया। पीएम ने मैरीटाइम वीक के दौरान कहा कि ऐसा करने का यह सही समय है। पीएम ने भारत मैरीटाइम सप्ताह 2025 के अवसर पर विशेष रूप से आयोजित बैठक में डीपी वर्ल्ड और एपीएम सहित प्रमुख वैश्विक कंपनियों के चुनिंदा मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से भी मुलाकात की। मोदी ने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ बंद कमरे में हुई बैठक से पहले एक सार्वजनिक संबोधन में कहा, “विभिन्न देशों से आए आप सभी लोगों के लिए, भारतीय शिपिंग क्षेत्र में काम करने और अपनी उपस्थिति बढ़ाने का यह सही समय है।”
पीएम ने मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड विजन का किया जिक्र
मोदी ने अगले कुछ वर्षों में समुद्री क्षेत्र में भारत द्वारा हासिल किए जाने वाले कई लक्ष्यों को सूचीबद्ध किया और इसमें वैश्विक समुदाय के महत्व को रेखांकित किया। मोदी ने कहा, “आप सभी एक महत्वपूर्ण साझेदार हैं जो हमारे सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने में हमारी मदद करेंगे। हम आपके विचारों, नवाचारों और निवेशों का स्वागत करते हैं।” उन्होंने कहा कि भारत शिपिंग और बंदरगाह क्षेत्र में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति देता है। इसके साथ ही “मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड” विजन के तहत प्रोत्साहन दिया जाता है। विभिन्न कंपनियों के प्रमुखों के साथ मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने वैश्विक स्तर पर आपूर्ति शृंखला के लचीलेपन को मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत विश्वस्तरीय मेगा बंदरगाहों के निर्माण में लगा हुआ है, तथा वित्तीय राजधानी के उत्तर में स्थित वधावन बंदरगाह पर किए गए कार्य का हवाला दिया, जो पहले ही दिन विश्व की शीर्ष 10 फर्मों में शामिल हो गया। सरकार 12 प्रमुख बंदरगाहों की क्षमता को चार गुना बढ़ाने तथा वैश्विक स्तर पर कंटेनरयुक्त कार्गो में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। बाद में, मोदी ने दुनिया भर की शिपिंग क्षेत्र की कंपनियों के शीर्ष सीईओ के साथ बैठक की।
इन सीईओ से मिले पीएम मोदी
मामले से जुड़े लोगों के अनुसार पीएम मोदी ने एपी मोलर-माएर्स्क के चेयरमैन रॉबर्ट माएर्स्क उग्ला, डीपी वर्ल्ड ग्रुप के चेयरमैन सुल्तान अहमद बिन सुलेयम, मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोरेन टोफ्ट, अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी और फ्रांसीसी कंपनी सीएमए-सीजीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष लुडोविक रेनौ से मुलाकात की। मोदी ने कहा कि आईएमडब्ल्यू में 85 से अधिक देशों की भागीदारी एक मजबूत संदेश देती है। उन्होंने इस कार्यक्रम में प्रमुख शिपिंग दिग्गजों, स्टार्टअप्स, नीति निर्माताओं की मौजूदगी का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण के चौथे टर्मिनल में लगभग 8,000 करोड़ रुपये के निवेश के लिए पोर्ट ऑफ सिंगापुर (पीएसए) को धन्यवाद दिया और बताया कि यह भारत में बंदरगाह क्षेत्र में सबसे बड़ा एफडीआई भी है। मोदी ने कहा कि ‘मैरीटाइम इंडिया विजन’ के तहत 150 से अधिक नई पहल शुरू की गई हैं। इससे प्रमुख बंदरगाहों की क्षमता लगभग दोगुनी हो गई है। टर्नअराउंड समय में काफी कमी आई है और क्रूज पर्यटन को नई गति मिली है।