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सोना 1500 रुपये गिरकर 1.29 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम पर, जानें चांदी का हाल

सोने की कीमत 1,500 रुपये की गिरावट के साथ 1,29,400 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। वहीं चांदी की कीमत में 4,200 रुपये की गिरावट के साथ 1,64,800 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) रह गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने इसकी पुष्टि कि है।

फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की टिप्पणियों के बाद कमजोर वैश्विक रुख के कारण शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में सोने की कीमत 1,500 रुपये की गिरावट के साथ 1,29,400 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। अधिकारियों ने संकेत दिया कि ताजा आर्थिक आंकड़ों के अभाव में ब्याज दरों में और कटौती में देरी हो सकती है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाली इस बहुमूल्य धातु का भाव 1,500 रुपए घटकर 1,28,800 रुपए प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) रह गया। वहीं चांदी की कीमत भी 4,200 रुपये की गिरावट के साथ 1,64,800 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) रह गई।

विदेशी बाजार में सोना हाजिर 33.58 डॉलर या करीब एक प्रतिशत गिरकर 4,137.88 डॉलर प्रति औंस पर आ गया जबकि चांदी हाजिर 0.49 प्रतिशत गिरकर 52.03 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।

एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतीन त्रिवेदी ने कहा कि फेडरल रिजर्व के सदस्यों की टिप्पणियों के कारण सोने की कीमतें कमजोर रहीं, क्योंकि नए आर्थिक आंकड़ों की कमी से ब्याज दरों में और कटौती में देरी हो सकती है। इससे सर्राफा बाजार में धारणा कमजोर हुई। डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ, जिससे सोने पर अतिरिक्त दबाव पड़ाफेडरल रिजर्व के अधिकारियों की टिप्पणियों के बाद कमजोर वैश्विक रुख के कारण शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में सोने की कीमत 1,500 रुपये की गिरावट के साथ 1,29,400 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। अधिकारियों ने संकेत दिया कि ताजा आर्थिक आंकड़ों के अभाव में ब्याज दरों में और कटौती में देरी हो सकती है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाली इस बहुमूल्य धातु का भाव 1,500 रुपए घटकर 1,28,800 रुपए प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) रह गया। वहीं चांदी की कीमत भी 4,200 रुपये की गिरावट के साथ 1,64,800 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) रह गई।
ब्याज दरों में कटौती को लेकर अनिश्चितता बढ़ने से सोने में नरमी आई 

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा कि फेडरल रिजर्व की अगली ब्याज दर कटौती को लेकर अनिश्चितता बढ़ने से सप्ताह के अंत में सोने में नरमी आई। उन्होंने कहा कि ताजा आर्थिक आंकड़ों की कमी के कारण फेड के अधिक अधिकारी सतर्क हो गए हैं, क्योंकि सरकारी एजेंसियां 1 अक्तूबर से शटडाउन संबंधी देरी से प्रभावित हैं

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