साइलेंट हर्ट अटैक संभालने का मौका नहीं देता – डॉ आनंद आहूजा


भोपाल, कई बार सुनने को मिलता है कि किसी व्यक्ति को साइलेंट अटैक आया और बिस्तर पर पड़े पड़े ही डेथ हो गई, जिम में व्यायाम करते ही मौत हो गई ,डांस करते-करते ही व्यक्ति गिरा और उसकी मौत हो गई इसकी प्रमुख वजह अचानक हार्ट अटैक होता है। यह कहना है रिदम हार्ट इंस्टीट्यूट बड़ौदा के प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर आनंद आहूजा का। डॉ आहूजा ने मेडिकल कॉन्फ्रेंस की सराहना करते हुए कहा कि यह बड़ा अच्छा आयोजन है देश भर से चिकित्सक यहां पर आए । हार्ट और डायबिटीज पर अच्छी चर्चा हुई ,जिससे लोगों में बीमारी के प्रति जागरूकता होगी और चिकित्सा के स्टूडेंट्स को भी फायदा होगा । इस अवसर पर उन्हें हार्ट अटैक की बीमारी पर भी चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना के बाद क्रॉनिक लो ग्रेड इन्फ्लेमेशन नया फैक्टर आया है जिसकी वजह से इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं । आजकल 40 साल की उम्र में भी हार्ट अटैक के मामले सामने आ रहे हैं । उन्होंने कहा कि लोगों की जीवन शैली बदल गई है जंक फूड का ज्यादा सेवन किया जा रहा है । सोशल मीडिया पर लोग ज्यादा व्यस्त रहते हैं, नींद पूरी नहीं हो पाती, इसकी वजह से दिल की बीमारियां और शुगर का खतरा बढ़ रहा है। इन बीमारियों से बचने के लिए डाइट में प्रोटीन शामिल करना, जंक फूड से बचाव ,घर का हेल्थी भोजन करें । 30 से 40 मिनट तक व्यायाम करें। कम से कम 7 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
साइलेंट अटैक को लेकर डॉक्टर आहूजा ने कहा कि यह हार्ट अटैक बहुत सीरियस होता है ।पता नहीं चलता इसमें मरीज की नर्व सूख जाती है और मस्तिष्क तक दर्द का सिग्नल नहीं पहुंच पाता है और अचानक व्यक्ति की मौत हो जाती है उन्होंने कहा कि 90% हार्ट की बीमारियों का उपचार किया जा सकता है।




