श्री शिवमहापुराण कथा का समापन पर पूर्णाहुति के समय हुई जल बर्षा से श्रोता नाचने लगे: पं०सुशील
द्वादश ज्योतिर्लिंग महिमा का किया वखान

श्री दुर्गा मंदिर देवकी नगर बैरसिया रोड भोपाल में आयोजित सात दिवसीय श्री शिव महापुराण की कथा के समापन दिवस पर पूर्णाहुति के बाद हुई जल बर्षा से श्रृद्धालु नांचने लगे।सात दिवस की कथा में पहले दिवस हल्की पानी की फुहार जलबर्षा हुई थी।कथा समापन दिवस पर कथावाचक पंडित सुशील महाराज ने द्वादश ज्योतिर्लिंगों की कथा विस्तार से श्रोताओं को सुनाई । एवं बताया कि किस ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति किस कारण से हुई है । एवं किस ज्योतिर्लिंग से बिशेष रुप से कौन सी समस्या का निदान त्वरित गति से प्राथमिकता से होता है। भारत देश के प्रधानमंत्री की ख्वाइश को ध्यान में रखते हुये भारत देश में सभी की सुख,शान्ति एवं समृद्धि की भावना को दृष्टिगत करते हुये सामूहिक रुप गीत गाकर ईश्वर से प्रार्थना की गई कि” सर्वे भवंतु सुखिना,सर्वे भवंतु निरामया।।इसके उपरांत श्री शिवमहापुराण के कथा का हवन यज्ञ किया गया ।जिसमें पं०श्याम सुन्दर शर्मा सपत्नीक हबन यज्ञ पर बैठे।वहीं हवन यज्ञ से पूर्व पं०लोचन शास्त्री द्वारा सामूहिक पार्थिव शिवलिंग पूजन करवाया गया।इसके उपरांत देव भोज का आयोजन करके सामूहिक भंण्डारा करवाया गया। जिसमें महिला एवं पुरुष को अलग-अलग भोजन करवाने कि व्यवस्था करवाई गई।
(पं०सुशील महाराज)
कथावाचक
श्री शिव शक्ति धाम सिद्धाश्रम