प्राचीन नवग्रह मंदिर में 51 फीट ऊंची शनिदेव की प्रतिमा का हुआ अभिषेक -पं. गजेंद्र शास्त्री
पूर्णाहुति, भंडारे के साथ शनि जन्मोत्सव का समापन, श्रद्धालुओं को वितरित की गई काले घोड़े के नाल से बनी अंगूठी

भोपाल। नेहरू नगर स्थित प्राचीन नवग्रह मंदिर में विराजमान 51 फीट की शनि जी की प्रतिमा का जल और तेल से अभिषेक किया गया। 19 मई से शुरू रहे 121 कुंडीय शनि महायज्ञ का समापन 27 मई को शनि जयंती पर पूर्णाहुति के साथ किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हवन के साथ पूर्णाहुति दीं। यज्ञाचार्य पंडित गजेंद्र शास्त्री ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि यज्ञ की पूर्णाहुति का विधान मंगलवार को शाम 7 बजे प्रारम्भ हुआ,जिसमें वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच श्रद्धालुओं ने यज्ञाहुति दी। खास बात यह रही कि इतनी ऊंची प्रतिमा का अभिषेक फायर ब्रिगेड के द्वारा किया गया। गजेंद्र शास्त्री ने बताया कि शनि महायज्ञ में आहुति देना वैसे तो सभी जातकों को लाभकारी होता है। लेकिन साढ़ेसाती व अढैया की दशा वालों को विशेष लाभ देता है। अतः ग्रह दशाओं से प्रभावित जातक शनि देवता का तेलाभिषेक करें। काला वस्त्र काला तिल और काला उड़द दान करें। इसके उपरांत श्रद्धापूर्वक दक्षिणा प्रदान कर यज्ञ की पूर्णाहुति में सम्मिलित हों। इससे निश्चित ही ग्रह दशा शांत होती है। पंडित शास्त्री ने बताया कि विगत 9 दिनों से चल रहे इस महायज्ञ के दौरान काले घोड़े की नाल वाली सिद्ध अंगूठियां वितरित की गईं । पूर्णाहुति के उपरांत विशाल भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शनि मंदिर में पूजा-अर्चना की और पूर्णाहुति में हिस्सा लिया। इसके अलावा कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद मोनू सक्सेना ने ने भी अभिषेक और हवन किया।