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एनआरआई नर्सिंग कॉलेज एवं अरनव अस्पताल के फर्जी निरीक्षण के विरोध में NSUI का सीएमएचओ कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन

NSUI ने प्रदर्शन कर तत्काल दोषी अधिकारी डॉ रितेश रावत डॉ अभिषेक सेन के निलंबन एवं FIR की मांग अरनव अस्पताल को सीएमएचओ की टीम ने बताया सुचारू संचालित, लेकिन NSUI की जांच में कई स्टाफ ने बताया कि हमने शिकायत की है हमने कभी अरनव अस्पताल में काम ही नहीं किया

भोपाल :- भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने एनआरआई नर्सिंग कॉलेज भोपाल एवं उसके अनुबंधित अरनव अस्पताल में बड़े पैमाने पर हुई अनियमितताओं और निरीक्षण टीम द्वारा तैयार की गई फर्जी एवं कूटरचित रिपोर्ट के विरोध में सीएमएचओ कार्यालय बहार जोरदार प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान NSUI प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि यह मामला छात्रों के भविष्य, स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और सार्वजनिक हित से जुड़ा गंभीर आपराधिक प्रकरण है, जिसमें तत्काल कठोर कार्रवाई आवश्यक है।

26/08/2025 को एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार एवं जिला उपाध्यक्ष अक्षय तोमर द्वारा एनआरआई नर्सिंग कॉलेज और उसके अनुबंधित अरनव अस्पताल की गंभीर अनियमितताओं की शिकायत दर्ज कराई गई थी, इसके बावजूद नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल द्वारा कॉलेज को मान्यता जारी कर दी गई।

रवि परमार ने कहा कि एनएसयूआई द्वारा 10/10/2025 को राज्य शासन, पुलिस प्रशासन और नर्सेस काउंसिल को विस्तृत शिकायत भेजी गई, जिसके आधार पर 13/10/2025 को सीएमएचओ कार्यालय को निरीक्षण के निर्देश दिए गए। यहीं नहीं एनएसयूआई की एक दर्जन शिकायतों पर संचनालय लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा द्वारा सीएमएचओ को 03 दिवस के अंदर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए थे लेकिन सीएमएचओ मनीष शर्मा ने उसे भी गंभीरता से नहीं लिया ।

इसके उपरांत 16/10/2025 को गठित निरीक्षण टीम —
डॉ. रितेश रावत एवं डॉ. अभिषेक सेन ने 17/10/2025 को निरीक्षण कर एक स्पष्ट रूप से फर्जी और भ्रामक रिपोर्ट तैयार कर शासन को गुमराह किया।

अरनव अस्पताल में दर्ज 60% नर्सिंग स्टाफ फर्जी पाया गया

रवि परमार ने बताया कि कई नर्सिंग स्टाफ सरकारी अस्पतालों में कार्यरत हैं परंतु अरनव अस्पताल में रजिस्टर्ड दिखाया गया, वास्तविक नर्सिंग स्टाफ एवं डॉक्टरों का भौतिक सत्यापन नहीं किया गया, निरीक्षण रिपोर्ट में अस्पताल को 100 बेड का पूर्ण कार्यरत बताना वास्तविकता से विपरीत है यह साफ दर्शाता है कि निरीक्षण टीम और अस्पताल संचालकों के बीच सांठगांठ कर फर्जी निरीक्षण रिपोर्ट तैयार की गई।

स्टाफ नर्सों की लिखित शिकायतें—घोटाले का खुला प्रमाण

जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर ने बताया कि 8 दिसंबर 2025 को कई स्टाफ नर्सों ने पुलिस कमिश्नर भोपाल, सीएमएचओ भोपाल एवं एनएसयूआई कार्यालय में लिखित रूप से बताया कि उन्होंने अरनव अस्पताल में कभी कार्य ही नहीं किया,उनके नर्सिंग रजिस्ट्रेशन का अवैध उपयोग वर्षों से किया जा रहा है, इस फर्जीवाड़े में सीएमएचओ कार्यालय के अधिकारी भी सहयोग कर रहे हैं।

प्रदर्शन के दौरान NSUI ने प्रशासन के सामने निम्न मांगें रखीं—

1. निरीक्षण टीम के सदस्य डॉ. रितेश रावत एवं डॉ. अभिषेक सेन को तत्काल निलंबित किया जाए।
2. उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की जाए।
3. एनआरआई नर्सिंग कॉलेज, अरनव अस्पताल संचालकों एवं निरीक्षण टीम पर FIR दर्ज की जाए।
4. निरीक्षण दिवस की CCTV फुटेज व दस्तावेज जब्त कर फॉरेंसिक जांच करवाई जाए।
5. संपूर्ण स्टाफ रजिस्टर एवं स्टाफ रजिस्ट्रेशन का ऑडिट कराया जाए।

अक्षय तोमर ने चेतावनी दी कि यदि इस गंभीर प्रकरण में तत्काल कार्रवाई नहीं होती, तो संगठन आंदोलन को और व्यापक करेगा और दोषियों को बचाने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेगा सार्वजनिक हित, छात्रों के भविष्य और स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा के लिए NSUI संघर्ष जारी रखेगा NSUI पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के आक्रोश को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल मौक़े पर मौजूद था जो आंदोलन को दबाने की नाकाम कोशिश करते नज़र आये।

प्रदर्शन में प्रदेश महासचिव सैयद अल्तमश, गुलाम हैदर, देव अवस्थी,अमित हटिया, लक्की चौबे, अनिमेष गोंडली, योगेश सोनी, देवेंद्र सोनारे, भ्रष्टी जाना,शिवा दांगी, लखन ठाकुर सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थें ।

भवदीय
रवि परमार
प्रदेश उपाध्यक्ष, NSUI मप्र
मो. 9669083153

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