प्रदर्शनकारियों पर किया वाटर कैनन का इस्तेमाल, बुजुर्ग सन्यासी ने इशारों ही इशारों में कर दी बेइज्जती
कोलकाताः सैकड़ों युवकों ने मंगलवार को शहर में दो स्थानों से ‘नबन्ना अभियान’ शुरू किया जिन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले छोड़े। अभियान में मुख्य रूप से युवा शामिल हैं जो आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की एक डॉक्टर से रेप के बाद उसकी हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। नबन्ना पश्चिम बंगाल सरकार का सचिवालय है। इस दौरान एक बुजुर्ग गेरुआ वस्त्र पहने और हाथ में तिरंगा लिए विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। ये बुजुर्ग जब आगे बढ़ने लगे, तो पुलिस ने उन पर जमकर पानी की बौछार कर दी। ऐसे में इस बुजुर्ग ने पुलिस की ओर देखते हुए इशारों ही इशारों में कुछ ऐसा कहा दिया, जिसे देख ममता सरकार को जरूर शर्मिंदगी महसूस हुई होगी।
बुजुर्ग ने पुलिस से इशारों में कहा- शर्म करो
हावड़ा ब्रिज के नजदीक एक बुजुर्ग विरोध प्रदर्शन करता हुआ आगे बढ़ रहा था, लेकिन पुलिस किसी को भी आगे बढ़ने देना नहीं चाहती थी। ऐसे में पुलिस के सामने जो आया, उसे पानी की बौछार मारकर पीछे खदेड़ दिया गया। एक बुजुर्ग पर जब पानी की बौछार की गई, तो उसने पुलिस की देखा और इशारों ही इशारों में पहले कहा, और पानी डालो, फिर कुछ मुंह की तरह कुछ इशारा किया। फिर पुलिस की ओर देखकर दोनों हाथों से इशारा किया। वीडियो में देख आप समझ सकते हैं कि ये बुजुर्ग पुलिस को क्या इशारे कर रहे हैं।
बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती के बीच निकाले जा रहे मार्च में शामिल एक प्रतिभागी ने कहा, ‘‘कुछ भी हो जाए, हम नबन्ना तक पहुंचेंगे। हमें मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग के साथ राज्य सचिवालय पहुंचना है, जिनका प्रशासन इस जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने की और घटना को दबाने की कोशिश कर रहा है।” पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए नबन्ना की ओर जाने वाले मार्गों पर और आसपास अवरोधक लगा दिए हैं। पुलिस ने इलाके में निषेधाज्ञा लागू होने की बात कही है।
हावड़ा के संतरागाची से शुरू हुआ मार्च
नबन्ना की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले छोड़े। ‘छात्रसमाज’ के प्रवक्ता सयान लाहिड़ी ने कहा कि यह रैली अराजनीतिक है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उकसाये जाने के बावजूद हम इसे आरजी कर अस्पताल में हमारी बहन के साथ हुए जघन्य अपराध के खिलाफ अपने अभियान को शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक रखना चाहते हैं। हम उसके और उसके परिवार के लिए न्याय की मांग करते हैं। बंगाल और देश की जनता की न्याय की मांग को ममता बनर्जी सरकार को सुनना चाहिए।”
पश्चिम बंगाल छात्र समाज ने लोगों से आह्वान किया है कि वे आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या के लिए न्याय की तथा तथा मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर शहर के कॉलेज स्ट्रीट और हावड़ा के संतरागाछी में अपराह्न दो बजे इकट्ठा हों और नबान्न की ओर मार्च करें। मार्च के लिए कुछ प्रदर्शनकारियों को अपने हाथों में तिरंगा पकड़े हुए शुरुआती बिंदुओं पर इकट्ठा होते देखा जा सकता है। छात्र समाज ने घोषणा किया है कि यह पूरी तरह से गैर-राजनीतिक मार्च होगा और किसी को भी किसी भी पार्टी का झंडा ले जाने की अनुमति नहीं होगी।