हिसार/देहरादून: 25 से 27 अक्टूबर 2024 को स्पर्श हिमालय फाउंडेशन के तत्वावधान में देहरादून के थानो में स्थित लेखक गाँव में अंतरराष्ट्रीय कला, साहित्य और संस्कृति महोत्सव का आयोजन किया किया। इस पाँच दिवसीय महोत्सव में 65 से अधिक देशों के साहित्यकार, लेखक और कलाकारों ने भाग लिया, जो हिन्दी भाषा और उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने में कामयाब हुए। इस दौरान सिवानी के गाँव बड़वा में जन्मे और वर्तमान में हिसार में रह रहे युवा कवि और साहित्यकार डॉ सत्यवान सौरभ ने मुख्य वक़्ता के तौर पर शोध विषयों में भाग लिया। यही नहीं इस दौरान उनको भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के द्वारा डॉ सत्यवान सौरभ को हिंदी साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया।
देश के पहले लेखक गाँव थानो में स्पर्श हिमालय फाउंडेशन द्वारा हाल ही में आयोजित “स्पर्श हिमालय महोत्सव-2024” भारतीय साहित्य, संस्कृति और कला की समृद्ध धरोहर का प्रतीक बन गया। इस ऐतिहासिक आयोजन में उत्तराखण्ड के पहले “लेखक गाँव” का उद्घाटन हुआ, जहाँ लेखक और विचारक प्रकृति के सान्निध्य में सृजनात्मक चिंतन की स्वतंत्रता प्राप्त कर सकते हैं। देवभूमि उत्तराखण्ड का यह “लेखक गाँव” प्रदेश की अद्भुत रचनात्मकता और सृजनशीलता का प्रतीक है। यहाँ का शांत और सुरम्य वातावरण लेखकों को सर्जन के लिए एक आदर्श स्थान प्रदान करता है। चिंतन, मनन और स्वयं की खोज में “लेखक गाँव” जैसे स्थानों की महत्ता है।
लेखक गाँव के “स्पर्श हिमालय महोत्सव-2024” ने साहित्यिक और सांस्कृतिक जागरूकता का नया अध्याय लिखा है। यह आयोजन न केवल उत्तराखण्ड की धरती पर रचनात्मकता का संचार लाया है बल्कि साहित्य, संस्कृति और कला के माध्यम से भारतीय धरोहर को संजोए रखने में सहायक सिद्ध होगा।