पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में गिरफ्तार सिविक वॉलंटियर संजय रॉय कथित तौर पर पोर्नोग्राफी का आदी था। उसके मोबाइल फोन में ऐसी कई सामग्रियां मिली हैं। पुलिस ने सोमवार को इसका दावा किया। 33 साल का रॉय 2019 में सिविक वालंटियर के तौर पर कोलकाता पुलिस में शामिल हुआ था। वह कम से कम चार बार शादी कर चुका है। उसे व्यभिचारी के तौर पर जाना जाता था।
घर से लड़ाई-झगड़ों की आवाजें आना आम बात
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसके मोबाइल फोन में पोर्नोग्राफी की काफी सामग्री मिली। वह काफी परेशान करने वाली और हिंसक थी। हम उसकी मानसिक स्थिति को लेकर भी हैरान हैं। ऐसी चीजें देखना काफी अस्वाभाविक है। जांच के दौरान पता चला कि वह अपनी पत्नियों के साथ भी शारीरिक दुर्व्यवहार करता था। रॉय के पड़ोसियों ने बताया कि उसकी पहली पत्नी बेहाला की थी, जबकि दूसरी पत्नी पार्क सर्कस की थी। एक पड़ोसी ने बताया कि उसने बैरकपुर की एक लड़की से तीसरी शादी की, लेकिन वह भी लंबे समय तक नहीं चली। फिर उसने शहर के अलीपुर इलाके की एक लड़की से शादी कर ली। रॉय के घर से लड़ाई-झगड़ों की आवाजें आना आम बात थी।
घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई गई
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसकी चौथी पत्नी अलीपुर में एक पेट्रोल पंप पर काम करती थी। उसने भी घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थी। यह लड़ाई कानूनी तौर पर अलग होने तक चलती रही। रॉय एक प्रशिक्षित मुक्केबाज है। वह पिछले कुछ वर्षों में कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के करीब आ गया था। इसके बाद ही उसे कोलकाता पुलिस कल्याण बोर्ड में भेज दिया गया और उसे राज्य संचालित आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पुलिस चौकी पर तैनात कर दिया गया।
अधिकारियों के साथ उसकी करीबी से बढ़ा मनोबल
अधिकारी ने बताया कि कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और अस्पताल के अधिकारियों के साथ उसकी नजदीकियां बढ़ गईं। इसके बाद वह सभी विभागों तक पहुंच बनाने में कामयाब रहा। किसी में भी उसे अस्पताल में और उसके आसपास बेरोकटोक घूमने से रोकने की हिम्मत नहीं थी। हालांकि, उसकी मां मालती रॉय ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि उसका बेटा निर्दोष है। उन्होंने बताया कि मुझे कुछ नहीं पता, लेकिन मेरा बेटा निर्दोष है। मुझे लगता है कि उसे फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि वह भवानीपुर के एक स्कूल में पढ़ता था और एनसीसी का भी हिस्सा था।
कोलकाता पुलिस की चौथी बटालियन के बैरक तक पहुंच
पुलिस ने कहा कि उन्होंने रॉय के खिलाफ बीएनएस की धारा 64 (बलात्कार) और 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है। इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि आरोपी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ अपनी करीबी के कारण अपना प्रभाव दिखा रहा था। इस पहलू की भी जांच की जा रही है। पुलिस बल में उसका प्रभाव इतना था कि कोलकाता पुलिस की चौथी बटालियन के बैरक में उसकी पहुंच थी। यहीं वह रहता था।
वारदात को अंजाम देने के बाद बैरक में सोया
अधिकारी ने बताया कि वास्तव में वह इस जघन्य वारदात को अंजाम देने के बाद बैरक में वापस चला गया था और वहीं सो गया। बता दें कि शुक्रवार को महिला डॉक्टर का शव अस्पताल में मिला था। अगले दिन घटनास्थल से ब्लूटूथ हेडफोन बरामद होने के बाद रॉय को हिरासत में लिया गया था।