व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर में आया नया मेहमान, रखा गया मोहन द्वितीय नाम, जानें-पूरी कहानी

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) के पास मुकुंदपुर में दुनिया की एकमात्र व्हाइट टाइगर सफारी बनाई गई है, जिसका नाम दुनिया को पहला सफेद बाघ देने वाले महाराजा मार्तंड सिंह के नाम से महाराजा मार्तंड सिंह व्हाइट टाइगर सफारी (Maharaja Martand Singh White Tiger Safari) रखा गया है. अब गोविंदगढ़ में व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर बनाया जा रहा है. इसके लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से रीवा में सफेद बाघ लाए जा रहे हैं और उनका नामकरण किया जा रहा है. अभी हाल ही में ग्वालियर से लाए गए 6 महीने के बच्चे का नाम मोहन द्वितीय रखा गया है. क्योंकि मोहन प्रथम की संताने ही पूरी दुनिया में सफेद बाघ के नाम से जानी जाती हैं.
नाम में होता है बहुत असर-डिप्टी सीएम
एमपी के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का कहना है कि नाम में बहुत असर होता है. उन्होंने कहा, ‘हम ब्रीडिंग करने में जरूर कामयाब होंगे. जिस तरीके से मोहन प्रथम ने दुनिया को सफेद बाघों की ढेर सारी सौगात दी, वही काम मोहन द्वितीय भी करेगा. इसके साथ ही, गोविंदगढ़ किले में स्थित बाघ मोहन की समाधि को भी भव्य रूप से बनाएंगे.’
गोविंदगढ़ और सफेद बाघों का संबंध
रीवा का गोविंदगढ़ पूरी दुनिया में सफेद बाघ के नाम से जाना जाता है. यहां के किले में दुनिया के पहले सफेद बाघ मोहन को रखा गया था. मोहन को अलग-अलग तीन बाघीनों के साथ रखा गया था. उससे उसके 23 शावक हुए थे. मोहन की संतान ही आज पूरी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में नजर आती है. रीवा के गोविंदगढ़ किले में एक बार फिर से सफेद बाघ ब्रीडिंग के लिए मध्य प्रदेश सरकार ब्रीडिंग सेंटर बनाने जा रही है. इसके लिए तैयारियां काफी तेजी से की जा रही है. सफेद बाघों के लिए बनाया गया ब्रीडिंग सेंटर