
सरकारी कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने कर्नाटक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (KPCL) के खिलाफ कमर्शियल केस दायर किया है। यह केस BHEL की 542.14 करोड़ रुपये की बकाया राशि को लेकर है। कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया है कि मामला बेंगलुरु सिटी सिविल और सेशन जज के समक्ष दर्ज किया गया है। यह KPCL की ओर से बेल्लारी थर्मल पावर स्टेशन की एक यूनिट के लिए इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (EPC) कॉन्ट्रैक्ट के तहत बकाया के भुगतान से जुड़ा है।
BHEL, KPCL के लिए एग्जीक्यूट किए गए प्रोजेक्ट के लिए बकाया राशि की वसूली की मांग कर रही है। एक्सचेंज फाइलिंग में इसके अलावा मामले से जुड़ी कोई और डिटेल नहीं दी गई है। यह कानूनी कार्रवाई, चल रहे बिजनेस ऑपरेशंस के बीच समय पर भुगतान सुनिश्चित करने और अपने वित्तीय हितों की रक्षा करने के BHEL के प्रयासों को दर्शाती है। BHEL और KPCL दोनों के निवेशक और स्टेकहोल्डर मामले में आगे के घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रख सकते हैं।
BHEL का शेयर एक महीने में 20 प्रतिशत उछला
BHEL का शेयर BSE पर 28 मार्च को लगभग 1 प्रतिशत बढ़त के साथ 216.05 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 75200 करोड़ रुपये है। दिसंबर 2024 के आखिर तक इसमें प्रमोटर्स के पास 63.17 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। शेयर पिछले 6 महीनों में 24 प्रतिशत नीचे आया है। वहीं एक महीने में 20 प्रतिशत चढ़ा है। केवल 2 सप्ताह में इसमें 11 प्रतिशत की तेजी आई है।
हाल ही में मिला है 11,800 करोड़ रुपये का ऑर्डर
कंपनी को हाल ही में छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (CSPGCL) से राज्य के कोरबा जिले के कोरबा वेस्ट में हसदेव थर्मल पावर स्टेशन में 2×660 MW सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट के EPC पैकेज के लिए ऑर्डर मिला है। ऑर्डर सुपरक्रिटिकल इक्विपमेंट- बॉयलर, टर्बाइन, जनरेटर और एसोसिएटेड ऑग्जिलरीज की सप्लाई और प्लांट पैकेजेस के इलेक्ट्रिकल, C&I, बैलेंस वर्क के लिए है। इसके अलावा इरेक्शन और कमीशनिंग वर्क, सिविल वर्क भी ऑर्डर के तहत शामिल हैं। इसे 60 महीनों के अंदर एग्जीक्यूट किया जाना है। ऑर्डर की वैल्यू 11,800 करोड़ रुपये है।