जैन मंदिर तोड़ने के विरोध में भोपाल जैन समाज ने दिया मौन धरना

भोपाल, 19 अप्रैल विले पार्ले मुंबई में जैन मंदिर को तोड़ने और नीमच में जैन मुनियों पर हुए हमले के विरोध में सकल जैन समाज ने शनिवार को मंगलवारा रोड पर सांकेतिक मौन धरना दिया। जैन मंदिर मंगलवारा के बाहर धरना स्थल पर महिलाएं और पुरुष तख्तियां लेकर धरने में सम्मिलित हुए। एक ज्ञापन स्थानीय टी आई को दिया गया। प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्यपाल को भी एक ज्ञापन भेजा गया है और मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग, जैन संतों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गयी है।
घटना को लेकर जैन समाज में रोष है – पंकज प्रधान
तरुण क्रांति मंच के राष्ट्रीय महासचिव पंकज प्रधान ने कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। मंदिर को क्षतिग्रस्त किए जाने से पूरे जैन समाज में रोष व्याप्त है । हमारी केंद्र की सरकार अच्छा काम कर रही इस पर कोई शक नहीं है लेकिन इस तरह के कार्यवाही करने वाले अधिकारियों पर लगाम लगनी चाहिए। पंकज प्रधान ने कहा कि मंदिर को तोड़ने से पहले औपचारिकता पूर्ण नोटिस दी गई थी जिसका कोई औचित्य नहीं है । उनकी नीयत में खोट था 30 वर्ष पहले बनी मंदिर की कीमत करोड़ों में हो गई थी, एक होटल को लाभ पहुंचाने के लिए मंदिर को तोड़ा गया। जैन समाज इस तरह की कार्यवाही का विरोध करता है। घटना को अंजाम देने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही नहीं हुई तो हम आगे और प्रदर्शन कर सकते हैं।
वहीं आगे जानकारी देते हुए मंगलवारा समाज के अध्यक्ष आदित्य मनिया ने बताया कि धरने में नारी शक्ति कि उपस्थिति के साथ साथ युवक संघ के युवा भी पूर्ण जोश के साथ सम्मिलित हुए।
धरने में ये रहे मौजूद
धरने में कमल अजमेरा, संजय मूंगावली, पंकज प्रधान, सुनील सिंघई, रिश्वव रद्दी,विजय जैन, मनोज मन्नू, मनीष सिंघई, प्रदीप जैन, राजेश जैन, अशोक मोदी, डॉक्टर राजेश जैन, संध्या जैन, नीता रोशला, मानिशा मन्नू, अनूप सिंघई, सतीश शीतल, सुधीर पूजा, अनिल जैन, सहित अनेक जन सम्मिलित थे।