हम केश शिल्पी समाज के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध -टीकाराम सेन
केश शिल्पी एवं सेन समाज की एकदिवसीय कार्यशाला संपन्न

भोपाल। केश शिल्पी सेन समाज की एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन राजधानी स्थित रविंद्र भवन में किया गया। कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न जिलों से केश शिल्पी संगठन के करीब 500 प्रतिनिधियों एवं समाज जनों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। केश शिल्पी समाज संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकिशोर वर्मा ने कहा कि प्रदेश भर में समाज के 450 प्रतिनिधि प्रत्येक नगर पंचायत, नगर पालिका एवं नगर निगम में नियुक्त किए गए हैं। आज उनकी कार्यशाला का आयोजन यहां पर किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि हम केश शिल्पी समाज के प्रगति के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं और समाज की जो मांगे हैं उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री और संबंधित विभाग के मंत्रियों से अवगत कराएंगे। नंदकिशोर वर्मा ने कहा कि भोपाल में 50 करोड़ की लागत से प्रशिक्षण शिविर के लिए भवन बनाया जाना है । मैं मंत्री कृष्णा गौर से अनुरोध करूंगा कि वह भवन का भूमि पूजन करें और साल भर के अंदर कार्य शुरू किया जाए।
उन्होंने कहा कि केश शिल्पी समाज को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए इसके अलावा जो गुमठियों में अपनी दुकान संचालित कर रहे हैं उन्हें पट्टा दिया जाए । साथ ही जो पिछली सरकार में लोन 25000 से 20 लाख तक मिलता था उस व्यवस्था को फिर से लागू किया जाना चाहिए जिसमें 30% सब्सिडी पांच प्रतिशत ब्याज की छूट वाली व्यवस्था भी लागू हो।
पदाधिकारियों को कार्यशाला में दिया गया है प्रशिक्षण
भारतीय सेन समाज के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष टीकाराम सेन ने कहा कि आज प्रदेश स्तरीय केश शिल्पी कार्यशाला में सेन समाज के उत्थान के लिए कार्य करने और योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए मंथन किया गया। टीकाराम सेन ने कहा कि सेन समाज के लिए केश शिल्पी कार्ड प्रत्येक वार्ड, तहसील स्तर, जिला स्तर नगर पंचायत स्तर पर बनाए गए हैं । साथ ही संयोजक नियुक्त किए गए हैं आज उन्हें प्रशिक्षण दिया गया है कि किस तरह से कार्य करना है और समाज को एकजुट रखना है। इसके अलावा मेरी समाज के युवाओं से यही अपील है कि वह नशे से दूरी बनाएं और स्वयं और समाज की प्रगति के लिए कार्य करें।
केश शिल्पी समाज को शासकीय योजनाओं का लाभ मिले
केश शिल्पी बोर्ड के पूर्व संचालक अतुल गौड़ ने कहा कि सरकार द्वारा बहुत योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन इनका पर्याप्त लाभ समाज के लोगों को नहीं मिल पा रहा है। समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति जो छोटे व्यवसाय करके अपनी आजीविका चला रहे हैं उनको सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाकर व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए लोन और सरकार स्तर पर लाभ मिलना चाहिए। दूसरे समाज के लोग भी केश शिल्पियों का व्यवसाय कर रहे हैं, इससे आजीविका पर विपरीत प्रभाव के साथ व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है , इसलिए केश शिल्पियों के लिए शासन स्तर मदद मिलनी चाहिए। अतुल गौड़ ने कहा कि केश शिल्पी बोर्ड का गठन 2013 में किया गया था, लेकिन समाज के लोगों को इसका पर्याप्त लाभ नहीं मिल पा रहा है। केश शिल्पी बोर्ड स्तर पर समाज के लोगों को लाभ दिलाने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए।