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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ‘मानव संसाधन कॉन्क्लेव इग्नाइट, 2025 : भारतीय बैंकिंग में मानवीय क्षमताओं को उजागर करना’ का आयोजन

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा अपने पहले मानव संसाधन कॉन्क्लेव, “इग्नाइट,2025 द ह्यूमन पोटेंशियल कॉन्क्लेव”, बैंकिंग उद्योग में अपनेआप में प्रथम पहल, का सफलतापूर्वक आयोजन करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की गई. इस प्रतिष्ठित सम्मेलन में बैंकिंग, कॉर्पोरेट, फिनटेक और प्रशिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र के मानव संसाधन और ज्ञानार्जन एवं विकास (एलएंडडी) के लीडर वित्तीय क्षेत्र में मानव संसाधन कार्यप्रणालियों को आगे बढ़ाने पर चर्चा करने और सहयोग करने के लिए एक साथ आए. यह कार्यक्रम वित्तीय सेवाएं विभाग (वित्त मंत्रालय) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप था और “ट्रांसफॉर्मिंग बैंकिंग” विषय पर केंद्रित था.

यह ऐतिहासिक दो दिवसीय कॉन्क्लेव 17 और 18 जनवरी, 2025 को यूनियन बैंक ज्ञानार्जन केंद्र, बेंगलुरु के आईजीबीसी-प्रमाणित ग्रीन कैंपस में प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, ए. मणिमेखलै के नेतृत्व में आयोजित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कार्यपालक निदेशक, श्री संजय रुद्र के स्वागत भाषण से हुई, जिसके बाद मुख्य अतिथि, वित्तीय सेवाएं विभाग के सचिव, श्री एम. नागराजू, द्वारा मुख्य भाषण दिया गया. श्री नागराजू ने एकीकृत प्रशिक्षण कार्यक्रमों, अंतर-बैंक ज्ञान-साझाकरण और उभरती आवश्यकताओं के साथ प्रशिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र को आधुनिक बनाने और संरेखित करने के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाने के माध्यम से सहयोग के महत्व पर जोर दिया.

सम्मेलन के दौरान, प्रतिभागियों ने बैंकिंग में मानव संसाधनों के भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त की, जिसमें डिजिटल परिवर्तन, निरंतर सीखने और ग्राहक संतुष्टि को बढ़ाने के लिए कर्मचारी कल्याण को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया. इस कार्यक्रम में विचारोत्तेजक सत्र, पैनल चर्चा और नेटवर्किंग के अवसर शामिल थे, जिन्होंने वित्तीय क्षेत्र में नवोन्मेषी मानव संसाधन और ज्ञानार्जन एवं विकास कार्यप्रणालियों के लिए मंच प्रदान किया.

प्रतिष्ठित प्रतिभागी: इस सम्मेलन में प्रमुख बैंकों, वित्तीय संस्थानों और प्रशिक्षण निकायों के मानव संसाधन लीडर की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिनमें शामिल हैं:

• बैंक: भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, येस बैंक, आईडीबीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, इंडियन बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, यूको बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया.

• संस्थाएँ: बीआईआरडी, एनएचबी, आईडीआरबीटी, एनआईबीएम, एनआईबीएससीओएम, आईआईबीएफ और आईआईबीएम.

यह कार्यक्रम सहयोग को बढ़ावा देकर, अत्याधुनिक डिजिटल समाधानों को अपनाकर और निरंतर सीखने और नवाचार की कार्यप्रणाली को बढ़ावा देकर भारतीय बैंकिंग में मानव संसाधन परिदृश्य को नया रूप देने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास का प्रतिनिधित्व करता है. इग्नाइट, 2025 मानव संसाधन विकास में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है, जहाँ कर्मचारी-केंद्रित कार्यप्रणाली और तकनीकी प्रगति की भारतीय बैंकिंग क्षेत्र को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी.

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